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अजय महाजन

NURPUR | AAPKA FAISLA 

कई वर्षों से  नूरपुर के भाजपा संगठन में विराजमान  पदाधिकारी चुनावी वर्ष में फोरलेन विस्थापितों के हितों में आज घड़ियाली आंसू बहाने लगे हैं !गत 4 वर्षों से  पीड़ित फोरलेन विस्थापित  यहां के मंत्री के अलावा प्रदेश के मुख्यमंत्री के समक्ष अपना दुखड़ा सुनाते रहे !लेकिन तब किसी भी मंच पर यह नूरपुर  में भाजपा संगठन में बैठे पदाधिकारी  भी केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ अपनी निकटता का बखान करने बाले अपनी बात रखने का साहस नहीं कर पाए ! नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन ने एक भेटवार्ता के दौरान! कहा कि  भाजपा संगठन के पदाधिकारी  व नूरपुर हल्के में मंत्री होने के बावजूद  क्षेत्र के फोरलेन विस्थापितों के साथ छल होता रहा तथा इनके हितों की रक्षा नहीं कर सके। इतना ही नहीं प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेशों का धरातल पर पालन नहीं कर सकी। प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेताओं की चुप्पी 2022के चुनावों में इस अनदेखी का सबक  देगी जो इसमें पीड़ित हुए हैं। कक

इनके कार्यकाल में फोरलेन पीड़ितों के लिये तीन अलग-अलग अवार्ड के रेट घोषित कर दिए गए! सर्कल रेटों में 40% कटौती कर दी गयी। 5 लाख  से 10 लाख  रुपए प्रति मरला की जमीन के भाव  10 से 20,000 रुपये  कर दिए गए ! अजय ने कहा  कि उनके कार्यकाल में मात्र पालमपुर में राष्ट्रीय सड़क प्राधिकरण का कार्यालय स्थापित हुआ था तथा फोरलेन का सर्वे का कार्य गत 4 वर्ष तक अनेक  चरणों में होता रहा ! कहा कि फोरलेन विस्थापितों को जब पता चला कि कंडवाल से लेकर बोड़ तक के  10 कस्बो के बाजारों ,जसूर में ओवरब्रिज  के अलावा  कई व्यवसायिक परिसरों  को  उजाड़ा  जा रहा है तो  दो दर्जन फोरलेन संघर्ष समिति के पदाधिकारी तत्कालीन भाजपा सांसद शांता कुमार से मिले थे तथा उन्हें बाईपास का सुझाव दिया था ! शांता कुमार द्वारा गगल में  नितिन गडकरी से 24 फरवरी 2019 को शिलान्यास के दौरान   यह मुद्दा उठाया था !लेकिन इस परियोजना के प्रारूप को नहीं बदला गया ! अजय ने जानना चाहा कि  तब यह संगठन के पदाधिकारी व मंत्री इस मुद्दे पर खामोश  क्यों  रहे  ?इस मौके पर  कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष बलदेव पप्पी, पप्पू मिन्हास  विक्रम पठानिया , कांग्रेस जिला महामंत्री संदेश



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