

कहा : चेहरे बदलने से बेहतर पुरानी पेंशन बहाली के प्रति सोच बदले प्रदेश सरकार
कहा मात्र घोषणाओं से कर्मचारियों को खुश कर रही सरकार
धर्मशाला | सन्नी महाजन
नई पेंशन स्कीम महासंघ के कांगड़ा जिला प्रधान ने आज अपने एक प्रेस को जारी बयान में कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की बापसी चेहरे बदलने से नही अपितु एक लाख 22 हजार कर्मचारियों की मांग पुरानी के प्रति सोच बदलने से होगी जिला प्रधान ने सरकार की पेंशन बहाली की मंशा पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ओल्ड पेंशन के मामले को लटका रही है उन्होंने कहा कि सरकार को पुरानी पेंशन बहाली के लिए कमेटी गठन करने की अधिसूचना निकाले आगामी 10 फरवरी को दो माह हो जाएंगे परन्तु दूर दूर तक कमेटी के सदस्यों का नाम निशान तक नही है जिला प्रधान ने कहा 11 दिसंबर को 30 हजार कर्मचारी प्रदेश के अलग अलग हिस्सों से तपोवन ओल्ड पेंशन की बहाली हेतु आए थे और मुख्यमंत्री की कमेटी गठन करने की अधिसूचना से यह उम्मीद लगाएं घर वापिस गए थे कि सरकार इस मुद्दे पर अब गंभीरता से विचार करेगी परन्तु अब उनके मन में आक्रोश बढ़ने लगा है जिसका खामियाजा प्रदेश सरकार को भुगतना पड़ेगा जिला प्रधान ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जेसीसी बैठक में एनपीएस के सेवा के दौरान दिवंगत कर्मचारियों के परिवारों को फैमिली पेंशन देने की घोषणा केंद्र की 2009 की अधिसूचना अनुसार की थी परंतु कई माह बीत जाने के बाद भी आज वह घोषणा मात्र घोषणा ही है इससे पता लगता है सरकार कितनी इस मुद्दे पर गंभीर है जो मरने बाली पेंशन कर्मचारियों के परिवारों को नही दे पाए बह जीने बाली पेंशन क्या दे पाएंगे यह बात अब कर्मचारियों के मन में बैठ गयी है जिला प्रधान ने कहा कि संगठन ने हार नही मानी है और आगामी बजट सत्र में विधानसभा डेरा डालने का मन बना लिया है और हिमाचल के एक लाख कर्मचारी अब शिमला बजट सत्र के दौरान आएंगे और बिना पेंशन बहाली बापिस घर नही जाएंगे जिला प्रधान ने कहा कि सरकार के पास अभी भी समय है बह विधानसभा चुनाव में चेहरे बदलने से बेहतर पुरानी पेंशन बहाली हेतु अपनी सोच बदले नही तो सत्ता में वापिसी मुमकिन नही है।