

धर्मशाला | सन्नी महाजन
पुरानी पेंशन बहाली के आंदोलन पर सरकार की प्रतिक्रिया से असंतुष्ट सरकारी कर्मचारियों का साथ देते हुए अखिल भारतीय हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव निशा कटोच सरकार की नीतियों को लेकर जिलाधीश कांगड़ा कार्यालय अन्य संगठन समूह के साथ मीडिया के सामने आई. उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन सरकारी कर्मचारियों की वृद्ध अवस्था को ध्यान में रखते हुए अत्यंत जरूरी है. मौजूदा समय में रिटायर्ड कर्मचारी 500 रुपए से ₹2000 तक की पेंशन पाते हैं जिससे उनका गुजारा बहुत मुश्किल होता है तथा बढ़ती महंगाई में उनका खुद का परिवार भी उनका साथ नहीं दे पाता. उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन की बहाली हेतु आंदोलन में सरकार ने ही उनके रास्ते रोके उन पर पानी की बौछारें की डंडे बरसाए महिलाओं के साथ बदतमीजी की लोगों को खदेड़ा तथा उन्हीं के ऊपर एफआईआर भी दर्ज करवा दी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कर्मचारियों की नजर में बहुत ही शांत संवेदनशील तथा जमीन से जुड़े हुए मुख्यमंत्री थे लेकिन मुख्यमंत्री के इस कृत्य के कारण मुख्यमंत्री ने अपनी छवि कर्मचारियों के दिल में बदल दी है. उन्होंने कहा कि हिमाचल के सरकारी कर्मचारियों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर विधान सभा में उनका स्वागत डंडों से करेंगे. अखिल भारतीय हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव निशा कटोच ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा दर्ज की गई एफ आइ आर में उनका भी नाम है लेकिन वह इस एफ आइ आर को लेकर बेल नहीं लेंगी. उनका तर्क है कि जब उन्होंने कोई गुनाह किया ही नहीं तो देर किस अपराध की ले. उन्होंने कहा कि अगर वह बेल लेती हैं तो इसका सीधा सा मतलब है कि उन्होंने गुनाह कबूल कर लिया है. चाहे तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि सच बात को अगर सरकार के सामने रखना गुनाह है तो यह गुनाह वह बार-बार करने को राजी हैं. उन्होंने कहा तब जयराम ठाकुर का हाथ है जब प्रदेश की बेटियों पर सरकार द्वारा डंडे बरसाए जा रहे थे तथा उन्हें विधानसभा परिसर के बाहर घसीटा जा रहा था. उन्होंने कहा कि पेंशन बहाली का मुद्दा अब जोर शोर से चलेगा. उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों को अब जनता का भी समर्थन मिल चुका है तथा आने वाले आंदोलनों में बस में भर-भर कर लोग शिमला जाएंगे तथा आंदोलन में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि सरकार झूठी प्राथमिकी दर्ज करवा कर कर्मचारियों के साथ गलत व्यवहार कर रहे हैं तथा तुरंत प्रभाव से कर्मचारियों पर हुई एफ आइ आर सरकार वापस ले. उन्होंने कहा कि इस सभी कार्यक्रम में विपक्ष भी खामोश होकर तमाशा देखता रहा. निशा कटोच ने कहा कि अगर प्रदेश की जनता अपनी समस्याओं को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री के पास में ही जाएगी तो और कहां जाएगी.