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कहा: धर्मशाला के स्मार्ट बस शेल्टर से पंचायत के बस शेल्टर बेहतर

फर्जी सिटीजन फॉर्म आयोजित करने का आरोप

धर्मशाला ( सन्नी महाजन)

धर्मशाला के पूर्व कमिश्नर कैप्टन जेएम पठानिया स्मार्ट सिटी में चल रहे कार्यों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर भेजेंगे। धर्मशाला में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कैप्टन जेएम पठानिया ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उनके द्वारा चलाए गए जन जागरण अभियान के रुझान आना शुरू हो गए हैं जिसका असर विभिन्न क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि आचार संहिता के दौरान उनके उठाए गए सवालों पर विभागों ने तत्वार्थ कार्यवाही कर सभी चित्र अपनी वेबसाइट से हटा दिए हैं। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में अफसरशाही इस कदर हावी हो चुकी है कि नगर निगम किसी भी सूरत में स्थानीय नागरिकों की राय लेना नहीं चाहते। कैप्टन ने कहा कि इसी तरह समाज में लोगों को जागृत करने का कार्य करेंगे तथा धर्मशाला के विभिन्न एनजीओ के साथ मिलकर जन जागरण अभियान को तेज करेंगे उन्होंने कहा कि वह किसी भी एनजीओ में किसी पद पर नहीं रहेंगे लेकिन एनजीओ को अपने स्तर पर क्या करना है उसका मार्गदर्शन जरूर करेंगे उन्होंने कहा कि पिछली प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने स्मार्ट सिटी को लेकर गंभीर मुद्दे उठाए थे तथा इसी बाबत उन्होंने विभिन्न अधिकारियों को पत्र भी लिखे थे जिसके बावजूद कई लोगों के निजी स्वार्थ इतने बढ़ गए हैं कि काम रोकने के बजाय और तेज गति से गलत तरीके से काम किए जा रहे हैं पठानिया कहते हैं कि बिना किसी विशेषज्ञ के अगर इसी तरह काम होते रहे तो स्मार्ट सिटी की धनराशि व्यर्थ हो रही है जिसका अंतिम खामियाजा धर्मशाला के नागरिकों को भुगतना पड़ सकता है उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्मार्ट सिटी परियोजना को लेकर गंभीरता से विचार कर रहे थे तथा स्मार्ट सिटी को लेकर उनका विजन बहुत बड़ा था लेकिन प्रदेश सरकार और ब्यूरोक्रेट्स ने मिलकर स्मार्ट सिटी मिशन को फेल कर दिया। वह बोले कि अभी भी स्थिति हाथ से निकली नहीं है तथा इसे सुधारा जा सकता है पठानिया कहते हैं कि स्मार्ट सिटी की डीपीआर उन्हीं की देखरेख में बनी है तथा अंतरराष्ट्रीय संगठन धर्मशाला स्मार्ट सिटी में हरसंभव सहायता के लिए तैयार थे स्मार्ट सिटी का बजट जून तक बढ़ा दिया गया है जिसे खर्च करने के लिए स्मार्ट सिटी का पैसा अफरा तफरी में विभिन्न विभागों में बांट दिया गया है उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी में विभिन्न कॉम्पोनेंट्स जैसे सीसीटीवी पब्लिक अनाउंसमेंट सोलर ट्रेफिक लाइट सिस्टम सिटी बस सर्विस इत्यादि शामिल थे जिन्हें निजी स्वार्थों के चलते दरकिनार कर दिया गया। पठानिया ने मांग करते हुए कहा कि किसी विशेषज्ञ झांसी एजेंसी द्वारा स्मार्ट सिटी में किए गए कामों का विश्लेषण तथा विवरण करवाया जाए कि वाकई में यह काम सही तरह से हो रहे हैं या नहीं 

उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी में स्मार्ट रोड का प्रोजेक्ट 2 किलोमीटर के अंदर कई जगह से शुरू किया गया है तथा अधूरा छोड़ दिया गया है जिसके कारण नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई है। स्मार्ट सिटी धर्मशाला में फर्जी तरीके से सिटीजन फोरम की बैठके करवाई जा रही हैं जिसके अंतर्गत अगर कोई नागरिक मुद्दे उठाता भी है तो उस पर कार्यवाही नहीं होती। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी धर्मशाला में निम्न स्तर के कार्य किए जा रहे हैं जिसका कोई भी औचित्य नहीं रह जाता फुटबॉल ग्राउंड में अगर इंटरनेशनल मैच हो ही नहीं सकते तो इंटरनेशनल फुटबॉल ग्राउंड कहलाने के लायक नहीं है तथा बनाने का भी इसका कोई भी औचित्य नहीं है इसी तरह से पक्की कंक्रीट सड़कों पर हम गलत तरीके से टाइल बिछाने पर स्मार्ट सिटी तथा लोगों को जो नुकसान हो रहा है उसकी भरपाई कर पाना मुश्किल है। पठानिया ने स्मार्ट सिटी धर्मशाला में बने रेन शेल्टर पर तंज कसते हुए कहा कि इनसे अच्छे रेन शेल्टर पंचायत में होते हैं और ना जाने किस दृष्टिकोण से यह स्मार्ट बस शेल्टर कहलाने लायक हैं ऐसे बस शेल्टर तो गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज होने चाहिए। उन्होंने कहा कि सिटी बस सर्विस की धनराशि स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट द्वारा एचआरटीसी को एचआरटीसी वर्कशॉप के लिए दे दी गई है जो स्मार्ट सिटी के पैसे का दुरुपयोग हैं उनके साथ इस अवसर पर विभिन्न संस्थाओं के गणमान्य उपस्थित थे जिसमें एससी धीमान सोम जकारिया के के डडवाल जितेंद्र राणा एस के शर्मा तथा शिवानी नेगी मौजूद थे।

 

 

कैप्टन पठानिया बताते है कि किन परियोजनाओं से है नागरिक महरूम

 

सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के अंतर्गत हर 100 मीटर में एक 10 पिन लगाने का प्रावधान था जिसके अंतर्गत 155 डस्टबिन शहर भर में लगने थे त्रिपुरा और वाराणसी के आयुक्त इस परियोजना को समझने के लिए धर्मशाला आए थे तथा भारत के विभिन्न शहरों में यह व्यवस्था सुचारू रूप से सफलतापूर्वक चल रही है।

 

धर्मशाला को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हर मौसम तथा हर वर्क के लिए पर्यटन स्थल बनाना स्मार्ट सिटी की प्राथमिकता थी जिसके अंदर पीपीपी मोड के अंतर्गत विभिन्न परियोजनाएं शामिल थी।

 

धर्मशाला के हर वार्ड में बुजुर्गों के लिए रीक्रिएशनल सेंटर खोलना परियोजना में शामिल था।

 

स्मार्ट सिटी के अंतर्गत शहर भर में 140 स्मार्ट पर शेल्टर खोले जाने थे जिसमें वाईफाई सीसीटीवी पैसेंजर इंफॉर्मेशन सिस्टम की सुविधा दी जानी थी।

 

स्मार्ट रोड तथा सिटी बस सर्विस की सुविधा धर्मशाला के नागरिकों को मुहैया करवाई जानी थी।

 

धर्मशाला शहर में लगातार 24 घंटे साफ पानी तथा बिजली की व्यवस्था 

 

सुरक्षित एवं भूकंप रोधी इंफ्रास्ट्रक्चर डिजाइन


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